एक सवाल
एक सवाल
औरत का सम्मान करो, गुणगान कर ना सको
तो कमसे कम अपमान मत करो।
कितना जानते हो तुम औरत के बारे में ?
कभी उसकी शरीर की भूगोल को छोड़
पढ़ने की कोशिश की हे उसके मन की इतिहास
जीतने की चेस्टा की हे उसकी मन का विश्वास
जान ने की इच्छा हुई कभी उसकी मुस्कान
के पीछे छुपा हुआ दर्द
पूछा हे कभी पसंद नापसंद ?
वह औरत है, त्याग समर्पण की मूरत है
कभी टटोला हे उसके अंतर्मन को
अगर नहीं तो फिर क्या जानते हो
तुम रसोई और बिस्तर की गणित से परे
एक स्त्री के बारे में ?
फिर क्या रखा हैै नारी पुरुष की
अर्धांगिनी की नारे ?