नशा ये प्यार का
नशा ये प्यार का
मुझे प्यार बस तुमसे ही है
चाहे दूर हो या पास हो... बस तुमसे ही है
खुद से भी ज्यादा एतबार... बस तुम पे ही है
जिंदगी के सब रंग बस तुमसे ही हैं
इतनी सिमटी सी मेरी जिंदगानी इतनी रंगीन क्यों है
सिर्फ तुम्हारे होने से ही दिल गुलजार क्यों है
मेरे ऊपर चढ़ा ये खुमार बड़ा दिलकश है
मेरी गली के हवाओं में एक तेरा ही नशा है
तुम्हें हो ना हो, मुझे तुझ पे यकीन हमेशा है
चाहे फरवरी हो या मार्च... मुझे प्यार बस तुमसे ही है

