नशा है पहले प्यार में
नशा है पहले प्यार में
शराब से भी ज्यादा नशा है,
इस पहला प्यार में
हर गम भुला देती है, यह नशा
जिन्ह चेहरे को कभी दूर से, देखा करते थे
आज वही चेहरे मेरे पास आया करते हैं
वह इतने करीब कब आगए, कि
मेरे अश्क को पोछने लगे
उनकी आहट से दिल धड़कनें लगा
पहला प्यार में नशा ही कुछ ऐसा था, कि
कब वह मेरे धड़कन बन गऐ पता ही नहीं चला
सब कुछ अच्छा लगने लगा
ना पसंद, पसंद बन गया
रूठना, मनाना भी अच्छा लगने लगा
इस पहला प्यार में अजीब सा नशा है
पहला प्यार अक्सर नादानी में होती हैं
पर यह नादानी सबसे खूबसूरत होती है
शराब से भी ज्यादा नशा है,
इस पहला प्यार में।