चलो आज लिखूं, हिंदी के सम्मान में
चलो आज लिखूं, हिंदी के सम्मान में
मेरी कलम मेरी पहचान है,
चलो आज लिखूं, हिंदी के सम्मान में।
हिंदी दिवस के अवसर पर,
कुछ शब्द हिंदी के मान में।
मैं भारतवर्ष की बेटी हूं,
कुछ कहूं तेरे सम्मान में।
जन्म लिया मैंने भारत में,
मातृभाषा मेरी हिंदी है।
हिंदी से ज्यादा अंग्रेजी,
क्यों पड़ते मेरे कान में।
चलो आज लिखूं, हिंदी के सम्मान में।
जो भी समझते हैं हिंदी को छोटा,
उन्हें हिंदी की महानता समझाते हैं।
हिंदी ने ही दिये प्रेमचंद,
यह बात चलो हम सब को बताते हैं।
हिंदी जन-जन में प्रचलित हो जाए,
सभी को अब हम यह भाषा पढ़ाते हैं।
भाषाओं में सबसे ऊपर हो हिंदी,
चलो इसे शिखर तक ले जाते हैं।
चलो आज लिखूं, हिंदी के सम्मान में।