नमन
नमन


वीर शहीदों के बलिदानों को सादर वंदन करते हैं
उन बलिदानों के सम्मान में हम सब ध्वज आरोहण करते हैं
जब आज़ादी की चाहत में हर कतरा खून बहाया था,
और मातृभूमि के मान को खुद का स्वाभिमान बनाया था,
चाह नहीं थी सिक्कों और मोह नहीं था जीवन का,
प्रेम था आज़ादी से और विश्वास अटल व पावन था,
उन बलिदानों और भक्तों का हम दिल से सम्मान करते हैं,
और देश के वीर सपूतों को हम नतमस्तक प्रणाम करते हैं,
ऊंच-नीच का भाव भूलाकर हर धर्म का अभिनंदन करते हैं,
वीर शहीदों के बलिदानों को सादर वंदन करते हैं।।