STORYMIRROR

Dhara Viral

Inspirational

3  

Dhara Viral

Inspirational

स्नेह रंग

स्नेह रंग

1 min
274


कुछ ऐसा हो जाए कि सब खुश हो पाए,

दिल के जज़्बातों को कभी तो बाहर लाए,

हंसते तो बहुत है सब, पर खुश नहीं हो पाते,

दिलों में रंजिशें रख, मन ही मन कराहते

चलो कुछ लाभ रंगों का भी ले लिया जाए,

मन में जो कुछ है बस खुल के बोल दिया जाए,

आगे क्या होना है ये कौन जान पाया है?

हार-जीत, जीवन-मृत्यु सब उसी की माया है,

थोड़ा प्रयास कर हृदय द्वार खोल दें

रंग बरसाएं स्नेह का, प्रेम का रंग घोल लें ।।

  

 

       

        


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Inspirational