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सोच रही हूं कि साझा कुछ जज़्बात करुं, पर बात पिता की है कहां से शुरूआत करुं। सोच रही हूं कि साझा कुछ जज़्बात करुं, पर बात पिता की है कहां से शुरूआत करुं।
उम्मीदों का हथियार लिए बस दौड़ पड़ू ना थम पाऊं! उम्मीदों का हथियार लिए बस दौड़ पड़ू ना थम पाऊं!
ए जिंदगी रुक जा थोड़ा चलते हैं,थोड़ा सब्र कर लेते हैं। ए जिंदगी रुक जा थोड़ा चलते हैं,थोड़ा सब्र कर लेते हैं।
घबराए सकुचाए से हम खुलकर जीने से डर रहे हैं इस कठिन घड़ी में एक और आजादी की चाह कर रहे घबराए सकुचाए से हम खुलकर जीने से डर रहे हैं इस कठिन घड़ी में एक और आजादी की च...
हर पल नई आशा और उमंग हूं ईश द्वारा निर्मित रंग मंच का मैं भी एक रंग हूं! हर पल नई आशा और उमंग हूं ईश द्वारा निर्मित रंग मंच का मैं भी एक रंग हूं!
चलो कुछ लाभ रंगों का भी ले लिया जाए, मन में जो कुछ है बस खुल के बोल दिया जाए, चलो कुछ लाभ रंगों का भी ले लिया जाए, मन में जो कुछ है बस खुल के बोल दिया जाए,
उनकी वो मुस्कान मुझे उस फक्र का एहसास करवाती कि मेरी बेटी मुझसे कुछ नहीं छुपाती। उनकी वो मुस्कान मुझे उस फक्र का एहसास करवाती कि मेरी बेटी मुझसे कुछ नहीं छुपा...
संपूर्ण हृदय से नमन अटल हो नमन "अटल" हो नमन "अटल" संपूर्ण हृदय से नमन अटल हो नमन "अटल" हो नमन "अटल"
पर्वत को चीर कर नया मार्ग प्रशस्त करती नदी हूं, हां, मैं प्रकृति हूं। पर्वत को चीर कर नया मार्ग प्रशस्त करती नदी हूं, हां, मैं प्रकृति हूं।
बस कोशिश करना चाहती हूं कि कुछ तुम जैसी बन पाऊं, "मां" तुम्हारी हर मुस्कान पर हजारों ब बस कोशिश करना चाहती हूं कि कुछ तुम जैसी बन पाऊं, "मां" तुम्हारी हर मुस्कान पर...