नमन नारी
नमन नारी
इतिहास साक्षी है
वो शक्ति जो नारी है
सद्बुद्धि, शक्ति ,समृद्धि
सबका आधार नारी है
वेदों की रचना से भारत की प्रेरणा
का सहयोग नारी है
ज्ञान, मान, सम्मान का स्त्रोत नारी हैं
गार्गी और सुलभा जनक सभा की पहचान है,
युगों युगों से सद्बुद्धि रूपी प्रकृति का मान सम्मान है
अनसुया और मदालसा ऋषिकाए सुप्रसिद्ध
जानकी की गुरुमाता के नाम इतिहास में गर्धित
स्वर्णिम भारत की विरायंगना अनेक
तारा अहल्या मणिकर्णिक चेन्नामा
अवंती
भवानियों की वीरता से हुई
नए युग की पंचकन्याओं में गिनती
अहिल्या बाई होलकर से कौन अपरिचित
मंदिर का ना सिर्फ निर्माण
नए युग किया आगाज
इमारतों में आज भी दिखती अहिल्या की याद
तारा बाई भोसले ने इतिहास दोहराया था
समर्पण इनका ही जो
चत्रपति शिवाजी द्वित
राजपाठ संभाल पाया था
नियति तो कठोर इनकी परीक्षा लेने पे तुली थी,
हर मुश्किल के आगे सिर उठा खड़ी रहीं
भूल तो ना होगे जो
हर बोलो से मुंह सुनी कहानी थी
लड़ी जो मैदानों में
वो भारत की भवानी थी