नजराने है..
नजराने है..
माना तेरे मेरे प्यार के किस्से बेमायने हैं,
मैं तेरे उन अपनों में हूं जो अब बेगाने हैं,
मुझे अपने निभाने, तुझे अपने निभाने हैं,
मेरे गीत शेरो शायरी तो बस नज़राने हैं...
तन जला के प्रीति तो मन के हाथों थी हारी,
अपने अनादि अनंत प्रेम के किस्से पुराने हैं,
मैं प्रेम जता हारा था तू प्रेम छिपा कर हारी,
अब ये प्रेम गीत ही जीने के बहाने हैं...