अंतिम अलविदा
अंतिम अलविदा
बहुत दर्द है आज सीने में
दिल दर्द से भरा है
फूट फूट कर रोने को जी चाहता है
एक ज़ख्म है जो अभी भी हरा है
कहीं वीराने में गुम होने का जी चाहता है
फिर ना लौट आने को जी चाहता है
अंदर से मर सा गया हूं मैं
टूट कर बिखरने को जी चाहता है
बहुत जी लिया तुझे ज़िन्दगी
अब बस अंतिम अलविदा कहने को जी चाहता है।