नदी
नदी
नदी बहती है एक सौम्य धारा
सूरज की रोशनी की चमक को प्रतिबिंबित करती हुई
जीवन की तरह, यह घूमती है और झुकती है
दूर देशों को जोड़ती है
ऊँचे पहाड़ों से गिरती है
नदी एक सुखदायक धुन गाती है,
जैसे वह दीप्तिमान चंद्रमा के नीचे नृत्य करती है
इसकी धाराएँ अनकही कहानियाँ फुसफुसाती है
नदी जीवन देती है, वनस्पतियों और जीवों को
भूमि की प्यास बुझाती है, एक मरूद्यान बनता है
नदी प्रेरणा का स्रोत है
प्रकृति की अनंत रचना का प्रतीक है।