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Sachhidanand Maurya

Inspirational

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Sachhidanand Maurya

Inspirational

नई सुबह के इंतजार में

नई सुबह के इंतजार में

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आसानी से कहाँ मिलता कुछ,

आते जाते जीवन मे सुख दुःख,

रात गमों की मिट जाएगी,

नई रोशनी दिखलाएगी,

बहता जा संग धैर्य धार के,

नई सुबह की इंतजार में।


राही तुम पथ शूलों के,

भ्रमर तुम इन फूलों के,

असफलता के सुमन,

उद्घोष करेंगें भी तब,

बढ़ता यूँ ही जा हार के,

नई सुबह की इंतजार में।


मंजिल तुम्हे तय करनी है,

राह भी खुद ही बनानी है,

तूफानों से तुम मत डरना,

साहस का भी क्या कहना,

साहिल तक बिन पतवार के,

नई सुबह की इंतजार में।


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