नहीं सी जिंदगी
नहीं सी जिंदगी


तुम्हारी क्रिया की वो प्रक्रिया हैं,
बिन बुलायी नहीं आयी हैं !
तेरे चेहरे पर वो मुस्कान ले आएगी,
वो नहीं जिंदगी तेरा गुरूर बन जाएगी !
न दे मौत इसे आंखें तो खुल जाने दे,
अभी संवेदना नहीं आई उसमें !
भावों को समझने का मौका तो दे,
वो नन्ही सी जिंदगी तेरा सिर ऊँचा करेगी !
जीने का उसे अधिकार तो दे,
वो नन्ही परी तेरी बिटिया कहलाएगी !
हाड मास का एक टुकड़ा हैं,
तेरा ही रक्त धमनियों में बहता हैं !
वो नन्ही सी जिंदगी अंश तेरा हैं,
न मार कोख में इसे दुनिया आने दे !
ये नन्ही सी जिंदगी क्यूँ बोझ लग रही तुझे,
सूरज से होड़ लगाने का मौका तो इसे !