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Vishabh Gola

Romance Fantasy

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Vishabh Gola

Romance Fantasy

नैया मेरी चलती जाए

नैया मेरी चलती जाए

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नैया मेरी चलती जाए

डगमग डगमग गोते खाए

नदी की गोद में फिसलती जाए

सब को वश में करती जाए

नैया मेरी चलती जाए


ना है कोई मांझी

मनमीत मेरे साथी

निर्मल जल लहरें उठाएं

नटखट नटखट मछलियां हाथों को छू जाए

मटक -मटक कर तैरती जाए

डगमग डगमग गोते खाएं

नैया मेरी चलती जाए


शीत पवन चलती जाए

चेहरे को छूती जाए

लहरों को भी खूब उकसाए 

मनमीत मेरे मुस्कुराते जाए

डगमग -डगमग गोते खाएं

नैया मेरी चलती जाए


बहते कमल नजारों की शान बढ़ाएं

शांति में कोयल मीठी वाणी सुनाएं

हम भी गीत गाते जाएं

नजरें उठाए मनमीत प्रेम से देखते जाएं

डगमग डगमग गोते खाएं

नैया मेरी चलती जाए


छप- छप छप-छप छींटे उड़ाए

मनमीत को हम चढ़ते जाएं

बातों के चप्पू से सैर सदा करते जाएं

सपना ही सही कहीं टूट ना जाए

मनमीत मेरे मुस्कुराते जाएं

डगमग डगमग गोते खाए

नैया मेरी चलती जाए।


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