Vishabh Gola

Inspirational Others

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Vishabh Gola

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आंखें जलती है

आंखें जलती है

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आंखें जलती है मेरी

रातों से तो पूछो जरा

सपनों की झलक नहीं

नींदों से तो पूछो जरा


यह जलन है मेरे जुनून के 

अंगारों की

मंजिल आसान कहां उन चमचमाते

सितारों की


आंखें जलती है मेरी

आकर निगाहें मिलाओ तो जरा

बेचैन मन, उम्मीद में डूब के,

रातों को काली करके,

मेरी तरह दिखलाओ तो जरा


आंखें जलती है मेरी

रातों से तो पूछो जरा

पूछो जरा इन चार दीवारों से

मुआयना करती इन नजारों के

आंखों में अंगारों के

लक्ष्य मेरे हजारों के


आंखें जलती है मेरी

सपनों की झलक नहीं

नींदों से तो पूछो जरा


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