शालिनी मोहन
Abstract
एक पूरी ठंड जमेगी ना
तर्जनी उंंगली के नाख़ून पर
अपना नाम लिखना
कोहरे से ढके शीशे पर
प्रकृति देखेगी।
प्रस्तुति
साड़ी में लिपट...
दहेज़
अख़बार
मन एक पंछी
समीकरण
नाम
मंदबुद्धि
मूर्ख दिवस
बुढ़ापा
दिल का ये अरमान, हो जाए चमत्कार हैं। आया आया देखो होली का त्यौहार है। दिल का ये अरमान, हो जाए चमत्कार हैं। आया आया देखो होली का त्यौहार है।
सबके चेहरे हुए रंगीनों लाल इन फिजाओं मे उड़ता रहे यूं ही रंग गुलाल....। सबके चेहरे हुए रंगीनों लाल इन फिजाओं मे उड़ता रहे यूं ही रंग गुलाल....।
तुम्हारी आत्मा ....... शब्द बनकर घूमती रहती है मेरी कविता में! तुम्हारी आत्मा ....... शब्द बनकर घूमती रहती है मेरी कविता में!
अंधेरा पल भर में समा जाती है सदा के लिये उदित होती है सत्य की वो रोशनी। अंधेरा पल भर में समा जाती है सदा के लिये उदित होती है सत्य की वो रोशनी।
भटकता मुसाफिर हूँ, अंजान राहो का, ए मंज़िल, ज़रा पता तो दे तेरा। भटकता मुसाफिर हूँ, अंजान राहो का, ए मंज़िल, ज़रा पता तो दे तेरा।
जिसके कारण हम खेल सके होली अपने गांव परिवार के साथ !! जिसके कारण हम खेल सके होली अपने गांव परिवार के साथ !!
किसी के लिए अथाह समुद्र किसी के झाग के जैसा। किसी के लिए अथाह समुद्र किसी के झाग के जैसा।
मन की तरंगों को महसूस कर, जीवन का हर रंग समेटना है। मन की तरंगों को महसूस कर, जीवन का हर रंग समेटना है।
फागुन आया फागुन आया जीवन के रंग वापस लाया। फागुन आया फागुन आया जीवन के रंग वापस लाया।
उस ने ये भी लिखा है मेरे घर नहीं आना साफ़ साफ़ लफ़्ज़ों में रास्ता भी लिखा है! उस ने ये भी लिखा है मेरे घर नहीं आना साफ़ साफ़ लफ़्ज़ों में रास्ता भी लिखा है...
रंग बदलते लोग यहाँ पर, नैन मिलाना ना सखी।। रंग बदलते लोग यहाँ पर, नैन मिलाना ना सखी।।
होली है होली है होली है फिंंजा सारी है आज मदमाई! होली है होली है होली है फिंंजा सारी है आज मदमाई!
अपना चेहरा छिपाते हुये चले आये हो मेरे पास अबकी होली में। अपना चेहरा छिपाते हुये चले आये हो मेरे पास अबकी होली में।
कैसे होली मनाऊंगी तुम बिन सजनाा सुनी होगी गालियां,रास्ता सूना पूरा अंगना! कैसे होली मनाऊंगी तुम बिन सजनाा सुनी होगी गालियां,रास्ता सूना पूरा अंगन...
कितनी सुंदर है यह रस्मे दिल से इन्हें अपना लो दूर मत भागो इनसे गले से अपने लगा लो। कितनी सुंदर है यह रस्मे दिल से इन्हें अपना लो दूर मत भागो इनसे गले से अ...
मुबारक होली का त्यौहार, रंगों-सा रंग जाये तेरा-मेरा प्यार। मुबारक होली का त्यौहार, रंगों-सा रंग जाये तेरा-मेरा प्यार।
कोई आग में जला नहीं कोई डूबा तो मिला उपहार कोई आग में जला नहीं कोई डूबा तो मिला उपहार
सुझती नहीं उसको भावनाएँ , सुझती नहीं तेरी चिन्ताआएँ। सुझती नहीं उसको भावनाएँ , सुझती नहीं तेरी चिन्ताआएँ।
कि दिल के एहसास आँसुओं की तरह बहते गए। कि दिल के एहसास आँसुओं की तरह बहते गए।
काश! तुम हो जाओ मेरी तरह और मैं बन जाऊं तेरी तरह.... काश! तुम हो जाओ मेरी तरह और मैं बन जाऊं तेरी तरह....