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Dhan Pati Singh Kushwaha

Abstract

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Dhan Pati Singh Kushwaha

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"नाम" में भारतीय पक्ष

"नाम" में भारतीय पक्ष

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2020 की 4 मई को सोमवार का ,अति शुभ दिन है आज,

नंबर दो के संगठन में जग के ,जब गूंजी भारत की आवाज।


दूसरे विश्व युद्ध की विभीषिका से , जन्मे दुखदायी परिणाम

गुट से दूरी आई याद तब फिर ,हो ना युद्ध करें कुछ काम।


नेहरू जी -नासिर जी-टीटू जी ने, सन् पचास से किया विचार,

सन् इकसठ के अप्रैल माह में ,यह सपना हो पाया साकार।


गुट निरपेक्ष आंदोलन नामकरण किया,"नाम " है इसका छोटा नाम,

आंतरिक गुटबंदी से खुद ही ये त्रस्त है ,कर नहीं पाता ढंग से काम।


गुट निरपेक्ष आंदोलन के सम्मेलन के, आयोजन के इस शुभ अवसर पर,

वर्चुअल कांफ्रेंसिंग से भाग लिया,भागीदारी निभाई मोदी जी ने बढ़ चढ़कर।


जग ने अनुशासन देख सुखद फल देखा,दुनिया के बड़े लोकतंत्र का,

सही समय पर उचित निर्णय-जनसहयोग और एकजुटता के मंत्र का।


आदिकाल से रक्षक रही हैं श्रेष्ठ, औषधियां भारत में तन-मन की,

आयुर्वेद सी ये पद्धतियां ,रोग रोधक बढाती क्षमता हैं हर जन की।


आतंकवाद-झूठी खबरें -छेड़े वीडियो ,भ्रम फैलाते झूठे मत की,

वायरस ये सब बड़े ही खतरनाक हैं ,और समस्या हैं पूरे जगत की।


वैश्विक महामारी के इस काल में जरूरत है जग की एकजुटता की,

छठवें भाग जग की संख्या संग ,भारत रखता है भाव विश्व बंधुता की।


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