नाईट स्कूल
नाईट स्कूल
गौर से सुनो, बच्चों, पेरेंट्स एंड टीचर्स
कहानी का मेला है यह, न दाएँ देखे न बाएँ
तुम्हारे सररौनडिंग्स से कर लो दोस्ती
क्योंकि, कहानी बढ़ने और पड़ने वाली है गंभीर
जब आया छाता लेके बारिश धानक का ,
बुरा कोई न साया पड़े
कहानी कुछ ऐसी थी ,
रात के कुछ २ बजे
आयी आवाज़ क्लास से,
एक डिबेट थी सारे बेंचेस की
और कॉर्पोरेट मीटिंग सारे ब्लैकबोर्ड्स के साथ में
बड़े परेशान थे ब्लैकबोर्ड्स ,
जो बैंक स्मार्ट बोर्ड्स चिल्लाते हुए
समस्या बड़ी गंभीर थी
तभी खुले द्रवेर्स
निकले फुदक के चाक और डस्टर
शामिल करो हमें
तुम्हारे इस मीटिंग में
बोले चाक आईएम आल्सो अ लॉयर
और डस्टर , में थे हेडमास्टर !
नया दौर है, जवानी की मौज़ है इन स्मार्टबोर्ड्स की ,
बोले ब्लैकबोर्ड्स पुराने से
हमें तो कोई बुलाता नहीं ,
सब बच्चे खुश होते जब
मिले उन्हें ऑडियो विसुअल रूम का लेक्चर
क्या करूँ अब , जैसा हूँ वैसा हूँ मैं
मैला सा, पर पढ़ाई का इम्पोर्टेन्ट सामान हूँ मैं
यह न भूलों, गाँव गाँव में है मेरे छोटे छोटे पोते
जिनपे लिखते बच्चे अ फॉर एप्पल बी फॉर बॉल एंड स फॉर कैट
स्लेट बोलते है उन्हें , वो कभी न खोते
स्मार्ट बोर्ड्स का अपना कुछ नई, सब चलते है कंप्यूटर के वजह से ,
एक दिन बिजली गयी, तो मुँह छोटा हो जाता है उनका रुबाब से
मसला है इतना रोमांचक, की लेते है एक छोटा सा अलप विराम
लौटेंगे चाँद मिनटों के बाद
तब तक आप कीजिए आराम
