Mrunali Thakore
Others
जब देखा धुआँ निकलते मैंने
तो सोचा
क्या आज़ादी उस धुएँ में
जो खुद आग से लिपटी हुई है
दुनिया
आज़ादी
झूठ
सोच
साथ
सपना
ज़िन्दगी
नाईट स्कूल
स्कूल चलें