Mrunali Thakore
Abstract
ना कोई होसकता है
जो तुझे भी समझ सकेे
क्या करेे उस दुुनिया का
जो खुद को ना समझ सके ।
दुनिया
आज़ादी
झूठ
सोच
साथ
सपना
ज़िन्दगी
नाईट स्कूल
स्कूल चलें
तिरंगा मान बढाना है अजय सदा रहते हम बोलो वंदे मातरम्, बोलो वंदे मातरम्। तिरंगा मान बढाना है अजय सदा रहते हम बोलो वंदे मातरम्, बोलो वंदे मातरम्।
हर सुई का धागा बन जाती हो। शक्ति को ही भक्ति बताती हो। हर सुई का धागा बन जाती हो। शक्ति को ही भक्ति बताती हो।
अंतर्मन को 'देव' शरण स्थली बना ले खुशियों का त्योहार है जीवन इसे मना ले। अंतर्मन को 'देव' शरण स्थली बना ले खुशियों का त्योहार है जीवन इसे मना ले।
आपने मेहनत का गाया, ऐसा गीत भर दी झोली भारत की, जो थी रीत आपने मेहनत का गाया, ऐसा गीत भर दी झोली भारत की, जो थी रीत
कागज कलम को भूल गए यहाँ ऑनलाइन सब चलता है कागज कलम को भूल गए यहाँ ऑनलाइन सब चलता है
देश की चोटी पर ये, बड़े शान से लहराता है। देश की चोटी पर ये, बड़े शान से लहराता है।
शब्द चुभते हैं,शब्द बिकते हैं, शब्द रूठते हैं,शब्द घाव देते हैं. शब्द चुभते हैं,शब्द बिकते हैं, शब्द रूठते हैं,शब्द घाव देते हैं.
किताबों, पोस्टरों और सोशल मीडिया के सहारे हैं। किताबों, पोस्टरों और सोशल मीडिया के सहारे हैं।
इस धरा पर अनगिनत पथ पर ना जाने कितने राही हैं। इस धरा पर अनगिनत पथ पर ना जाने कितने राही हैं।
तुम्हें एक नजर देख लेते तो हर जख्म भर जाते। तुम्हें एक नजर देख लेते तो हर जख्म भर जाते।
लेना आपत काल में, इक दूजे का साथ। खुदा भरोसे ना रहे, देख जोड़ कर हाथ। लेना आपत काल में, इक दूजे का साथ। खुदा भरोसे ना रहे, देख जोड़ कर हाथ।
जीवन का ग़म भूला मनवा मांगे हिंडोला, बागों में लगा दो झूला। सखी सावन जीवन का ग़म भूला मनवा मांगे हिंडोला, बागों में लगा दो झूला। ...
इस भारत की आबादी को मिटाने, क्या आयी किसी और शहर से बर्बादी। इस भारत की आबादी को मिटाने, क्या आयी किसी और शहर से बर्बादी।
मौन बैठकर कितने ही विचारों को तुमने एकत्रित किया मौन बैठकर कितने ही विचारों को तुमने एकत्रित किया
मैं गुरुओं की प्यारी हो जाऊं मन करता है मैं गुरुओं की प्यारी हो जाऊं। मैं गुरुओं की प्यारी हो जाऊं मन करता है मैं गुरुओं की प्यारी हो जाऊं।
मन के आँगन में आकर इंद्रधनुषी रंग बिखेरा करते हैं। मन के आँगन में आकर इंद्रधनुषी रंग बिखेरा करते हैं।
गद् गद् हुआ देश खुशी से तेरे सा दिलवाला देख। गद् गद् हुआ देश खुशी से तेरे सा दिलवाला देख।
उसे रोको वो ग़जल कर रहा है खबर नहीं उसे वो कत्ल कर रहा है। उसे रोको वो ग़जल कर रहा है खबर नहीं उसे वो कत्ल कर रहा है।
लफ्जों की आग में कितने रिश्ते झुलस गए, जो प्रेम से रहे वो गिरने से पहले सम्भल गए। लफ्जों की आग में कितने रिश्ते झुलस गए, जो प्रेम से रहे वो गिरने से प...
मैं रहूँ या न रहूँ, मेरे दुनियाँ से जाने के बाद हमेशा रहेंगी मेरी कविताएँ। मैं रहूँ या न रहूँ, मेरे दुनियाँ से जाने के बाद हमेशा रहेंगी मेरी कविताएँ।