देश नायक
देश नायक
लोकहित में कर के समर्पण
निखार लिया तुमने जीवन दपर्ण
तुम देश की प्रगति के साधक
कर्मशील तुम, दुगर्ति के बाधक।
जीवन जीना सिर्फ तुम्हीं का आया
देश सेवा का जो तुने राह अपनाया।
कर्Ÿाव्य पथ में रहे जो आरूढ़
वो तुल्य है, सिंहासनारूढ़।
देश की गौरव गाथा का नायक
सदा मन-मंदिर में बिठाने लायक।
सदा रहना देश सेवा के वाचक
देश रहेगा सदा तुम्हारा याचक।