मुस्कुराने की वजह तुम हो
मुस्कुराने की वजह तुम हो
चौंक गये हो ऐसे जो सुनकर नाम हमारा,
लगता हमसे कुछ पहचान पुरानी है,
आँखों की ये हैरानी ही काफी बताने को,
इस दिल मे छिपा रखी तुमने कोई कहानी है,
चौंक गये हो ऐसे जो सुनकर नाम हमारा,
लगता हमसे कुछ पहचान पुरानी है,
कुछ जानी पहचानी सी लगती हो हमको,
कुछ जाना पहचाना सा अन्दाज तुम्हारा है,
मिल चूके है पहले भी कभी हम तुमसे,
या यूँ ही ये सब कोई भरम हमारा है,
ये पलकों का झपकना ये हर बात पर यूँ ही हसना,
बातें है ख्वाबो की सब या कोई याद पुरानी है,
चौंक गये हो ऐसे जो सुनकर नाम हमारा,
लगता हमसे कुछ पहचान पुरानी है,
ये शाम सुहानी है पर इसमें अब वो एहसास नही है,
दिल खुश है पर इसमें अब वो जज्बात नही है,
हमसे छिपने छिपाने की भी अब कोई बात नही है,
बातें भी तो दरमियाँ अब ऐसी कुछ खास नही है,
फिर भी जो साझा करना चाहो तुम यादें दिल की,
ये सारी शाम तुम्हारी है,
चौंक गये हो ऐसे जो सुनकर नाम हमारा,
लगता हमसे कुछ पहचान पुरानी है।