मुस्कुराने दो
मुस्कुराने दो


बेटियों को मुस्कुराने दो
ज्ञान का दीपक जलाने दो
जन्म से पहले ना मारो
धरती पर उन्हें आने दो
माँ की गोद में समाने दो
बेटियों को मुस्कुराने दो
कलियों को न मुरझाने दो
भवरों को गुनगुनाने दो
लाल पीले फूल खिलने दो
बेटियों को मुस्कुराने दो
पिंजड़े में कैद ना करो
चिड़ियों को चहचहाने दो
गीत आजादी के गाने दो
बेटियों को मुस्कुराने दो
काम का बोझ ना डालो
मिट्टी के खिलौने बनाने दो
होठों को खिलखिलाने दो
बेटियों को मुस्कुराने दो
पंख ना काटो फड़फड़ाने दो
सपने हजार सजाने दो
यादों का घरौंदा बनाने दो
बेटियों को मुस्कुराने दो
ज्ञान का दीपक जलाने दो।