मुक़म्मल
मुक़म्मल
वक़्त की क़ैद मे यूँ गिरफ्तार हो जायेंगे !
फासलों से हम-तुम बस, फना हो जाएंगे !!
कम न होगी चाहत बस, इज़हार कम हो जायेगे !
आँखों से ही कहना हम मुक़म्मल हो जायेंगे !!
वक़्त की क़ैद मे यूँ गिरफ्तार हो जायेंगे !
फासलों से हम-तुम बस, फना हो जाएंगे !!
कम न होगी चाहत बस, इज़हार कम हो जायेगे !
आँखों से ही कहना हम मुक़म्मल हो जायेंगे !!