ख़फ़ा
ख़फ़ा
आजकल ख़ुद से ही ख़फ़ा होता हूँ मैं,
न जाने क्यों दूसरों में खुद को ढूंढता हूँ मैं।
आजकल ख़ुद से ही ख़फ़ा होता हूँ मैं,
न जाने क्यों दूसरों में खुद को ढूंढता हूँ मैं।