मुझको शिक्षक तुमसा मिला
मुझको शिक्षक तुमसा मिला
शिक्षक का ओहदा है दुनिया मे सबसे बड़ा
मुझको शिक्षक तुमसा मिला ।
यह सोच यहा सोच के मे इतराता हूँ
मे तुम्हरे चरणों मे नित नित शीश झुकाता हूँ।
मै अपने शिक्षक के गीत मे गाता हूँ।
देते ना अगर तुम
मुझ बालक को शिक्षा ।
तो मे दीक्षा देने के योग ना होता
मुझको अपना संसार चलाना मुश्किल था।
सभ्यता पहले तुमने मुझको सिखलाई
वो शिक्षक हो तुम।
तुम्हारे हि पग कदमो पे चलके
मै आगे बढ़ा ओर बढ़ता ही गया
वो शिक्षक हो तुम हमारे।