मृत्यु
मृत्यु
मृत्यु
क्या है ?
एक पहेली
अनादि काल से इंसान को उसकी औकात बताती।
बूझने के अविराम क्रम में और भी उलझ जाती।।
मृत्यु
क्या है ?
एक कविता
जीवन के गूढ़ रहस्यों को और भी जटिल बनाती।
अनचीह्ने सुरों के गीत तांडव-धुन में गाती।।
मृत्यु
क्या है ?
एक यात्रा
पुरातन देह-वसन को मैला होने पर तज जाती।
नव काया की नयी डगर पर पग-पग बढ़ती जाती।।
मृत्यु
क्या है ?
पूर्ण विश्राम
जिंदगी लंबे सफर से मानो थक कर चूर हो जाती।
ओढ़ तमिस्र भरी चादर चिरनिद्रा में सो जाती।।
मृत्यु
क्या है ?
मुक्तिधाम
दैहिक कष्टों की पीड़ा से आत्मा को मुक्त कराती।
वैतरणी में करा स्नान परमात्मा से मिलन कराती।।
