"मोहोब्बत"
"मोहोब्बत"
लफ्ज़ों न बया करूँगा,
मैं तुमसे ही मोहोब्बत करूँगा।
बस तेरी ही तमन्नाओं का,
हर पल मैं इंतजार करूँगा।
एक बार मुझे तेरे दिल में समाने तो दे,
प्यार के समंदर में डुबकी लगाने तो दे।
नहीं है तुझे ख्वाहिश मुझे पाने की,
बस इस ख्वाहिश जरा पंख तो आने दे।
तूने मेरे प्रेम के बीज में न अंकुर आने दीये,
वर्षो से जल रहे दीये को न दो पल दीये।
मेरा पहला प्यार ही आख़िरी बन गया,
बस तेरी खुशी के लिये मैं बंजर रह गया।