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Vijaykant Verma

Romance

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Vijaykant Verma

Romance

मोहब्बत

मोहब्बत

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मोहब्बत को जिन्होंने बहुत करीब से देखा है

उन्होंने हमेशा के लिए मोहब्बत से की तौबा है !


मोहब्बत में अरमानों की बस्तियां उजड़ जाती है

यह नजारा अक्सर अपनी आंखों से हमने देखा है !


परायों को छोड़िए, अपने भी साथ नहीं देते

हर पल अपने आंसुओं को पीते उन्हें देखा है !


तड़पते हुए, बिलखते हुए, घुट घुट कर मरते हुए

अपनी नज़रों के सामने दम तोड़ते उन्हें देखा है !


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