मोहब्बत
मोहब्बत
मुझे बस तेरी इजाजत चाहिए,
तुझसे ज्यादा तेरी मोहब्बत चाहिए।
तू कहे तो जमाने से बगावत कर लूं,
बस तेरे दिल में रहने की रजामंदी चाहिए।
जिस्म के पीछे पागल है सारा आलम,
मुझे तो सिर्फ प्यार की दीवानी चाहिए।
हर पल खुद को अकेला महसूस करता हूं,
अब तेरे संग जीने की ख्वाहिश चाहिए।
कई लम्हों से जीता हूँ यादों की बरसात लिए,
साथ मिले तेरा, दुआओं की सौगात चाहिए।
मेरे चेहरे की हंसी और दिल की खुशी है तू,
जिसके लिए धड़के दिल, वह धड़कन चाहिए।
होंठों पर मुस्कान लिए खड़ा हूँ इंतजार में,
तेरे दिल की दुनिया में रहने की जगह चाहिए।