बापु
बापु
चश्मा और लाठी लेकर चला था बापु अकेला,
सत्य, अहिंसा के शस्त्र से काफिला खड़ा कर दिया।
गोरों की गुलामी से देशवासी को मुक्ति दिलाई,
' हिंद छोड़ो 'नारा देकर देश को आजाद कर दिया।
चंद सत्याग्रही के साथ ' दांडी यात्रा ' निकाली,
मुट्ठी में नमक भरकर ' नमक का कानून ' तोड़ दिया।
पूरे देश का भ्रमण करके लोगों की हालत जब देखी,
अपने बदन पे एक ही वस्त्र का नाता जोड़ दिया।
बुरा ना बोलना, ना सुनना, ना कहना था जीवन मंत्र,
समता, सहिष्णुता, देशप्रेम ने जननायक बना दिया।
अस्पृश्यता, जातिवाद, कोमवाद से दूरी बनाई,
हिंदु, मुस्लिम, सिख, ईसाई सबको आपस में जोड़ दिया।
प्रेम, शांति, एकता, बंधुत्वभाव से जोड़ा रिश्ता,
' गोडसे ' की गोली ने ' महात्मा ' को शहीद कर दिया।