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HANIF MEMAN

Romance

4  

HANIF MEMAN

Romance

आया महीना सावन का

आया महीना सावन का

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रीमजीम रीमजम बारिश बरस

यादों का मेला बस गया मन में 

लैला की याद में मजनू तरसे 

फिर एक मुलाकात हो बारिश में 

आया महीना सावन का


करले इजहार जुबान से 

देखते रहे एक दूजे की आंखों में

 रहा नहीं जाता इश्क की तरप से

 हो जाए प्यार भीगी सड़क पे

आया महीना सावन का


भीग जाए इश्क की बरसात में 

लिपट जाए तन मन से 

एक हो जाए तन मन से 

बन जाए हमसफर मंजिल के 

आया महीना सावन का।


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