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writersurya Perke

Abstract

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writersurya Perke

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मंजिल प्यार है या तरक्की

मंजिल प्यार है या तरक्की

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ऐ प्यार के रास्तों पर चलने वालो

जरा हमसे मिलकर जाया करो

अरे प्यार मे धोका खाने वाले आशिक है हम

कुछ मदत लगे तो बताया करो


प्यार के गहेराई मे बहुत बड़े राज है

हमे पता है इसिलीये जिंदा आज है

इन रास्तो पर मनमोहक नजारे है

हर तरफ से आते आपके लिए इशारे है


इन नजरो से इशारो से बचना हम सिखायेंगे

आपकी सफलता कि मंजिल हम दिखाएंगे

हम भी गिर पड़े, हमने भी ठोकर खाई थी

तब जाकर हमे ये बात समझ आयी थी


हमे देख ये मत केहना ये तो हारा हुवा इंसान है

जरा सर उठाकर देखो जनाब

तरक्की के रास्तों पर सबसे ऊँचे हमारे मकान है।


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