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V. Aaradhyaa

Classics Fantasy Inspirational

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V. Aaradhyaa

Classics Fantasy Inspirational

मन का आँगन रौशन क़रें

मन का आँगन रौशन क़रें

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आई दीवाली सबको स्नेह प्रेम मिलकर दो,

दूसरों के मुस्कान का जवाब मुस्कुराकर दो !


इन जगमगाते दीपों से सबको एक प्रेरणा दो,

सबको ज्योति बाँटो,जीवन में उजाला भर दो !


लुटा कर प्रेम व स्नेह ये जग पावन कर दो,

सुप्त उदास हृदय में प्रीतिमय जागन कर दो !


जन मन का वृहद आँगन खुशियों से भर दो,

सबके अंतर्मन में दिव्य प्रकाश की लौ धर दो !


संताप घिरे न हिय ब्रह्म-ज्योति को अवसर दो,

उदास ह्रदय में खुशी का प्रकाश प्रदीप्त कर दो !


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