** मजदूरो की भूमिका **
** मजदूरो की भूमिका **
किसी भी देश के निर्माण में
मजदूरों की अहम भूमिका होती है।
अत्यंत सीमित इच्छाओं और आकांक्षाओं वाले
मजदूर दो वक्त की रोटी की जुगाड़ में ही
अपना पूरा जीवन खत्म कर लेते हैं।
पूरा जीवन हाड़-तोड़ मेहनत करने के बाद भी
उन्हें वह सम्मान नहीं मिल पाता जिसके वे अभिलाषी हैं।
हालांकि अब परिस्थिति काफी बदल चुकी है।
फिर भी अभी और बदलाव लाने की आवश्यकता है।
इन स्वाभिमानी मजदूरों को अपनी मेहनत
और लगन पर पूरा भरोसा रहता है।
इन्हें अपने श्रम के बदले बस प्यार
और सम्मान की चाहत रहती है।