मजदूर
मजदूर
जिसके कंधो पर है इतना बोझ
वो धरती माँ का पुत्र कौन ?
जिसने अपनी महनत से
इस पावन धरती को सींचा है,
वो धरती माँ का पुत्र कौन ?
वह किसी का गुलाम नहीं
अपने ही दम पर जीता हैं।
सफलता एक एक कण ही
सही लेकिन है अमूल्य
वह पुत्र मज़दूर कहलाता हैं।
