मिश्रा जी का इलू- इलू
मिश्रा जी का इलू- इलू
पड़ोस वाले मिश्रा जी यूं तो चौथी फेल है,
पर करने में बड़े तेज है इलू -इलू|
दूबाइन हो या चौबाइन हो या कोई वर्माइन हो
पड़ोस वाले मिश्रा जी नहीं सकते किसी को भूल
पड़ोस वाले मिश्रा जी यूं तो चौथी फेल है
पर करने में बड़े तेज है इलू- इलू|
अपनी इनको अब पराई सी लगती और
पराई सब लगती इनको अपनी है
अपने पराए का फर्क भूलाकर
मिश्रा जी हो गए हैं बड़े कूल
हर नारी को यह समझते हैं फूल
पड़ोस वाले मिश्रा जी यूं तो चौथी फेल है
पर करने में बड़े तेज है इलू- इलू|
नजरें इनकी हर थाली पर है
हर बाग के यह बन बैठे माली हैं
पड़ोस वाले मिश्रा जी यूं तो चौथी फेल है
पर करने में बड़े तेज है इलू -इलू|
मिश्रा जी को वही पुरानी मर्दों वाली बीमारी है
नारी जिसकी भी हो चाहे ,अपनी ही वह प्यारी है
पड़ोस वाली मिश्रा जी जो तो चौथी फेल है
पर करने में बड़े तेज है इलू-इलू|