STORYMIRROR

Sneha Srivastava

Abstract Inspirational

4  

Sneha Srivastava

Abstract Inspirational

ईश्वर

ईश्वर

1 min
284

जब प्रेम, दया, करुणा, अहिंसा

तुम समझ पाओगे,

तब जीवन में तुम ईश्वर को साक्षात पाओगे।


जब तुम्हें प्रकृति से प्रेम होगा,

जब तुम मेहनत की रोटी कमाओगे,

तब जीवन में तुम ईश्वर को साक्षात पाओगे।


जब तुम खुद भूखे रहकर,

 किसी गरीब को भोजन कर आओगे,

 तब जीवन में तुम ईश्वर को साक्षात पाओगे।


 जब तुम सत्य पर चलते हुए,

आत्मिक शांति पाओगे,

तब जीवन में तुम ईश्वर को साक्षात पाओगे।


जब तुम अपने गमों में भी मुस्कुराओगे,

जब तुम दूसरों की तकलीफ समझ पाओगे,

जब तुम भूलकर सारे द्वेष,

 किसी को गले लगाओगे,

 तब जीवन में तुम ईश्वर को साक्षात पाओगे।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Abstract