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विजय बागची

Inspirational

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विजय बागची

Inspirational

मिलकर कोरोना ख़त्म करें

मिलकर कोरोना ख़त्म करें

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विकट परिस्थिति विकट समय,

इक वायरस ले आया प्रलय,

जगत चक्र निस्तेज हुआ,

नाना प्रकार परहेज़ हुआ,


चहारदीवारी हम सब चले आये,

ताकि जगयोद्धा वायरस भगाये,

वो प्राण प्रदेय स्वास्थ्यकर्मी हैं,

वो अनुशासित सुरक्षाकर्मी हैं,

वो वितरणकर्मी, अनुसंधान हैं,


वो मेहतर, आरक्षी, किसान हैं,

वो छोटे बड़े सामाजिक मंत्री,

वो देश के एक एक इंसान हैं,

चलो आओ इनको नमन करें,


निरर्थक ना कहीं गमन करें,

ना बाधित इनका कर्म करें,

ना जग के साथ अधर्म करें,

तभी जन असंपर्क ज़रूरी है,


तभी सत्य संकल्प पूरी है,

तभी योद्धाओं का मान होगा,

तभी राष्ट्र का सम्मान होगा,

तभी कण-कण खुशी से गायेगा,


तभी हर योद्धा मुस्कायेगा,

तभी कदम-कदम प्रगति होगी,

तभी प्राणी की उन्नति होगी,

तभी राष्ट्र हमारा उज्ज्वल होगा,


तभी सुशोभित हमारा कल होगा,

चलो आओ यही संकल्प करें,

मिल कर कोरोना ख़तम करें।


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