मिडिल क्लास।
मिडिल क्लास।
यदि चाहते हो बहुत सी बीमारियां और अवसाद से बचना ,
तो हाई क्लास होने के बाद भी खुद में मिडिल क्लास को जिंदा रखना।
पुरानी जगहों पर भी कभी-कभी घूमना,
पुराने दोस्तों को भी कभी मत भूलना।
वह बचत के तरीके ,
वह रहने के सलीके,
घर के काम करना तुम बिल्कुल मत छोड़ना।
सेवादारों की फौज इकट्ठी करके खुद को हाई-फाई मत समझना।
घर के काम खुद करने को बेइज्जती ना समझना।
आज तो यह है शौक तुम्हारा, भूल गए यदि करना खुद का हर काम
तो नहीं रहेगा जीवन इतना आसान।
एक दिन इन सेवादारों के मोहताज हो जाओगे।
अकेले पड़ जाओगे जीवन में गरीबी से
जीत कर भी हार जाओगे।
खुद ही सोच कर देखो अकेले तुम इतने सेवादारों को कैसे पाल पाओगे?
जीवन की अंतिम घड़ियों में खुद को कैसे संभाल पाओगे?
काम करना भूल गए।
पुराने दोस्त दूर गए।
चाटुकार तो केवल बनी के यार थे,
समय के साथ वो भी तुमको भूल गए।
जिसने भी खुद में मिडिल क्लास को जिंदा रखा।
हो कर अमीर भी खुद को एबों से बचा के रखा।
संस्कारों में खुद को समा के रखा।
करके मेहनत शरीर को स्वस्थ जो रखा।
जीवन में सच्ची अमीरी का स्वाद सिर्फ उसने ही है चखा।
वह सबका बन गया क्योंकि उसने सबको अपना बना के रखा।
