आर्टिकल 35 ए
आर्टिकल 35 ए


कश्मीर की सूरत नई नई घाटी ने फिर से जन्म लिया,
धीरे धीरे भर जाएंगे आतंक ने जो भी जख्म दिया।
35A, 370 की जंजीरों से ये मुक्त हुआ ,
भारत में तो पहले भी था अब भारत में संयुक्त हुआ।
सबके स्वागत की खातिर अब बांहे फैलाए घाटी है,
आजादी की खुशबू से अब महकी कश्मीर की माटी है।
पर घायल थोड़ा अब भी है कुछ ना पाको की हरक़त से,
और जल्द ही ख़ाक बनेंगे वो जो नाखुश है बरकत से।
घाटी का ये जो पुनर्जन्म मोदी और शाह की मेहनत है,
और उनके अहम फैसले पर हर हिन्दुस्तानी सहमत है।
जन्नत को और सजाएंगे ये माटी हिन्दुस्तान की है,
अब तो सब समझ गए होंगे कि घाटी हिन्दुस्तान की है l