पुलवामा अटैक
पुलवामा अटैक
मेरे रब ऐसा मंज़र फ़िर ना दिखाना
मेरी बस इतनी ही दुआ है,
सरहद पर खड़े जवान मेरे ही भाई थे
जिनके साथ ये सब हुआ है।
यूँ पीठ पीछे वार करने वाले कायर ही तो थे,
जो सामने आकर लड़ ना सके।
वो सरहद पर लड़ने वाले मेरे भाइयों के शव
घर लोटे तो भी थे तिरंगे से ढके।
नमन है उन सपूतों को, भारत मां के बेटों को
दुआ है मेरी हर घर में ऐसा ही एक चिराग हो
जिसमें देश के लिए कुछ करने का जज़्बा हो,
आक्रोश की आग हो।
बदला मांगा नहीं लिया जाएगा,
बेगरातों को जन्हूम नसीब नहीं दिया जाएगा।
वो वक्त भी अब दूर नहीं
जब मेरे भाइयों की मौत का बदला,
उन कायरों से लिया जाएगा।