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Shashikant Das

Abstract Inspirational

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Shashikant Das

Abstract Inspirational

महाशिवरात्रि! 2025

महाशिवरात्रि! 2025

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कैसे हुई सृष्टि की रचना और क्या था इसके उत्पति का कारण,

हमने तो जन्म से ही समाया है अपने अंदर ॐ का उच्चारण। 


शिव की उत्कर्ष गाथा और लेख में कुछ है अनोखा सा खिंचाव,

हमारे मन और मस्तिष्क तो चल पड़ा है आपके महिमा के छांव। 


चाहे कुम्भ का हो पावन बेला या महाकुंभ का हो अद्भुत मेला,

आपके गणों ने पाप की आँधियों को हंसते हुये खूब है झेला। 


आपके अर्द्धनारीश्वर रूप के आगे समय की धारा थम जाती है,

आपके नाम मात्र से, आत्मा में बसे युद्ध पर विराम लग जाती है ।


पुराणों में वर्णन किए हुये आपके हर रूप के दर्शन की है अभिलाषा,

लेने पड़े हमें लाखों जन्म, ना बुझने देंगे इस इच्छा की लौ की आशा। 


दोस्तों, शिवभक्ति और शिवगण संग झूम उठो आज पावन रात को,

कर लो विश्वास की भोलेनाथ सुनते हैं हर सच्चे मन के बात को। 


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