मेरी तकदीर
मेरी तकदीर
जिंदगी के पन्नों पर किसने मेरी तकदीर लिख दी,
न मिली कभी खुशियाँ कैसी ये किस्मत लिख दी,
संघर्षों से भरा हुआ जीवन मैंने सदा ही पाया है,
रुत बदली मौसम बदला पर तकदीर कभी ना बदली,
ठोकरें खाकर भी कई कई बार मैं सम्भली।
