मेरी शक्ति
मेरी शक्ति
मैं चॉंद को देखता हूँ
सितारों को देखता हूँ,
चंचल सागर को देखता हूँ,
सूर्य को देखता हूँ।
अनन्त आकाश को देखता हूँ,
मैं अनन्त हूँ, शक्तिशाली हूँ।
मैं ऑंखें बन्द कर लूँ
यह मेरी शक्ति है।
मैं ऑंखें खोल लूँ, यह मेरी शक्ति है,
ईश्वर भी सामने आकर खड़ा हो,
मैं ऑंखें बन्द कर लूँ, मैं कर सकता हूँ,
अनन्त शक्ति है, मेरे में शक्ति है।
अपनी शक्ति को पहचानो,
तुम कर्ता हो,
तुम महसूस करते हो,
तुम जो चाहो कर सकते हो।
संसार जड़ है,
यह खुद कुछ नहीं करता।
तुम्हारा मन है,
जो सुख दुःख देता है।
तुम हाथी, चींटी, फल को देखते हो,
वे नहीं कहते हमें देखो,
वे अपने को दिखा भी नहीं सकते,
यदि तुम देखना न चाहो।
सब शक्ति तुम्हारे अन्दर है,
तुम शक्तिमान हो,
अपनी शक्ति को महसूस करो,
अपनी शक्ति को पहचानो।