शिक्षक
शिक्षक


शिक्षक या गुरु का वर्णन
शब्दों में आलेखों में संभव नहीं
युग बीत जाएंगे
शब्दकोष कम पड़ जाएंगे
शिक्षक
ब्रह्मा, विष्णु, महेश हैं
गोविन्द हैं
ज्ञान का अथाह भंडार हैं
शिक्षा का मजबूत न डगमगाने वाले आधार
शिक्षक सृजनकर्ता हैं
सरल स्वभाव और संस्कार के
अनुशासन और शिष्टाचार के
महान शिल्पकार
कच्ची मिट्टी के ढेले को
सुघड़ सुन्दर रंग रूप
आकार देने वाले कुम्भकार
शिक्षक ऐसे माहिर लोहार
जो शिष्य को
तप की अग्नि में तपा कर
नये और उपयोगी आकार में ढाल देते हैं
ऐसे पारस पत्थर
जो छूकर लोहे से कंचन बना दे
अपने ज्ञान प्रकाश से
जीवन को प्रकाशमान करते हैं
ध्रुव तारा बन
अंधक, दुर्गम, कंकरीले मार्ग में
मार्गदर्शन देते हैं
माता पिता बन कर
ऊंगली पकड़ कर चलना सिखाते हैं
ठोकरें खाने से बचाते हैं
अपने ज्ञानकोष से
हमें ज्ञान का दान देकर
समाज में सम्मान से जीना सिखाते हैं।