मेरी पहचान ही तुम
मेरी पहचान ही तुम
याद तुम,
फरियाद तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।।
दूर तुम,
पास तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।
खामोशी तुम,
अल्फ़ाज़ तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।।
इनकार तुम,
इज़हार तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।।
तन्हाई तुम,
महफ़िल तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।।
मुस्कुराहट तुम,
गुनगुनाहट तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।।
हक़ीक़त तुम
ख्वाब तुम
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।
विरह तुम,
मिलन तुम।
कुछ इस तरह,
मेरी पहचान ही तुम।।

