मेरी मोहब्बत
मेरी मोहब्बत


वो जब भी मेरी बांहों में होती है,
बेखौफ होकर सुकून से सोती है!
मेरा दिल दिमाग की सुनता ही नहीं,
दिमाग ने कई बार कहा कि,
तू खेल उसके जिस्म के साथ,
जब वो तेरे पास होती हैं!
वो मेरी मोहब्बत है तभी तो,
मेरी रूह खेलने की इजाज़त नहीं देती हैं!?