मेरी माँ
मेरी माँ
नमन मेरी माँ को,
जिसने मुझे जीवन दिया.!
कष्ट उठाये लाख,
हर वक़्त मेरा ख़याल रखा.!
जन्म दिया बिना स्वार्थ के
अपनी सुन्दरता को त्याग के.!
लालन पालन किया
उँगलियाँ पकड़कर चलना सिखाया.!
मेरे नन्हे क़दम डगमगाये तो,
झूठ से मुझे सम्भाल लिया.!
प्यार स्नेह खूब दिया,
ज़रा भी आँच न मुझ पे आने दी.!
ऊँची सोच , शिक्षा देकर,
मुझे इंसानियत का एहसास कराया.!
मुसीबतों में डटकर मुकाबला करना,
ख़ुशियों में मुस्कुराना मुझे सिखाया.!
चाहे जितने कर्म कर लूँ,
माँ आपका उपकार कभी न चुका पाऊँगी.!
नमन मेरी माँ को,
जिसने मुझे जीवन दिया.!
