वंदे मातरम्
वंदे मातरम्
आंखों में एक अलग सी चमक,
दिल में गुलामी के खिलाफ देशवासियों को।
आजाद कराने का जुनून था,
फिरंगीयो को मार गिराए।
उनकी आवाज़ में उतना क़ह्र था ।
ज़रा भी पीछे हटे नहीं,
डट कर वह ख़ूब लडे़ ।
हमें फिरंगियों से आज़ाद करवा के,
ख़ुद भारतमाता की गोद में सो गये !
चलो मिलकर बनाते हैं
हम 'गणतंत्र दिवस'
करते हैं उन भारत माता के वीर सपूतों को नमन...
